Saturday, July 27, 2024
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Shan-E-Awadh Award: सैनिकों के बीच ‘एक शाम लखनऊ के नाम’, अनूप जलोटा ‘शान ए अवध अवॉर्ड’ से अलंकृत

डॉ. हरिओम, अंकिता और रतन बहनों ने दिखाया हुनर

Shan-E-Awadh Award: गजल और भजन गायकी में बराबर का दखल रखने वाले विख्यात कलाकार अनूप जलोटा को सूर्या प्रेक्षागृह छावनी में आज मुख्य अतिथि मध्य कमान प्रमुख ले.जनरल एनएस सुब्रमण्यिन ने शाने अवध अवॉर्ड से अलंकृत किया।

हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन के एक शाम लखनऊ के नाम शीर्षित इस कार्यक्रम में आईएएस डा.हरिओम और युवा गायिका अंकिता कपूर ने भी दिलकश आवाज में तराने छेड़े। कथक नृत्यांगना रतन बहनों ईशा-मीशा ने दरबारी कथक की खूबसूरत झलक दिखायी।

कार्यक्रम का आनंद मध्य कमान के चीफ आफ स्टाफ ले.जनरल मुकेश चड्ढा और अन्य सैन्य अधिकारी, विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव संस्कृति व पर्यटन मुकेश मेश्राम, अन्य गणमान्य अतिथियों और जवानों ने भी खूब लिया।

अनूप जलोटा ने राम धुन- राम जय जय राम….से आगाज किया और अवार्ड के लिए लखनऊ को शुक्रिया कहा। फिर हाल ही में दिवंगत साथी गायक पंकज उधास को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी मशहूर गजल- चिठ्ठी आयी है… को कहते हुये आगे बढ़े। नज़र पर शेर कहते हुए- लज्जते गम बढ़ा दीजिए…. ग़ज़ल को सुरों में ढाला।

श्रोताओं को साथ गाने का न्योता देते हुए- रमैया वस्तावैया रमैया वस्तावैया…. की सदाओं से और फिर तालियों की गड़गड़ाहट से हाल को गुंजा दिया।

अंत भी राम जय जय राम से किया। दिलकश आवाज की मल्लिका युवा गायिका अंकित कपूर ने लगभग तीन पीढियां के गाने एक साथ मंच पर पेश किये।अंकिता ने सलामे ईश्क मेरी जां…..से शुरुआत की और फिर पीछे लौटते हुए- अफसाना लिख रही हूं दिले बेकरार का…. सुनाया। आगे- चुरा लिया है तुमने जो दिल को… जैसे मैलोडी भरे गीत गाये। अंकिता से पहले आइएएस अधिकारी डा.हरिओम का अंदाज भी अलग रहा।

गायिकी शायरी में भी माहिर हरिओम ने अपनी लिखी नज़्म- मुस्कुराती हुई सुबह हो रेशमी जुल्फ की अदा हो‌ तुम…. पढ़ने के बाद- वो बेवफा है मगर बेवफा नहीं लगता…. शेर कहते हुए- हमीं से मुहब्बत छुपाये हुए हैं, शंक्षं जमाने को अपना बनाये हुए हैं… को बड़ी शाइश्तगी से सामने रखा।

सुनने वालों के साथ गवाते हुते उन्होंने- ऐ मेरी जोहरे जबीं…. और फिर महिला दिवस पर मु.रफी का गाया गीत- चौदहवीं का चांद हो या……महिलाओं की नजर किया। अंत में रतन सिस्टर्स ईशा-मीशा रतन ने- सलाम करने की…… गीत पर कथक का अंदाज युग्म रूप में पेश किया।

इससे पहले संयोजक जफर नबी ने सभी का स्वागत करते हुए एसोसिएशन की गतिविधियों के बारे में बताया और कहा कि 2012 में पद्मश्री अनूप जलोटा लखनऊ की शान हैं और पूरी दुनिया में अपने मुख्तलिफ गायिकी अंदाज के लिये जाने जाते हैं।

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