Beta Se Taniko Kam Naikhe Beti: बेटियां किसी भी मुकाबले में बेटों से कम नहीं होती हैं। इसी को केंद्र बनाकर उमेश कुमार मिश्र ने दिल को छूने वाली कविता लिखी है। समय निकाल कर पढ़िएगा…भूलिएगा नहीं।
घर के लछिमी ह… ना समझ चेटी
बेटा से तनिको कम नइखे बेटी
बेटा जनमले त धूमधाम भइल
बेटी के सुनिके मुँह सुखि गइल
कपड़ा-लत्ता, खेल खिलौना
खान-पान आ बर बिछौना
अइसन दू भाव कहिया ले मेटी
बेटा से तनिको कम नइखे बेटी
पढ़े में लिखे में सूझ में बूझ में सुख-दुःख भरल जिनगी के जूझ में मौका देके देख, आगे-आगे पइब बेटिया के ज्ञान देखि फूले ना समइब दुःख के नाशक, सुख के पेटी बेटा से तनिको कम नइखे बेटी
बिन दू पहिया के चले ना गाड़ी
नर के कलपना कइसे बिन नारी
जवना घर में ना बेटी के मान बा
हमरा नजर में उ श्मशान बा
अबो ले बूझि जा, जनि कर हेठी
बेटा से तनिको कम नइखे बेटी

- उमेश कुमार मिश्र