Saturday, December 7, 2024
HomeINDIASHARDA MANDIR PAKISTAN: पाकिस्तान में UNESCO  हैरिटेज लिस्ट का शारदा मंदिर  तोड़ा...

SHARDA MANDIR PAKISTAN: पाकिस्तान में UNESCO  हैरिटेज लिस्ट का शारदा मंदिर  तोड़ा गया

नीलम नदी के पास 8वीं सदी में बना शारदा पीठ मंदिर

मंदिर बचाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश

पाकिस्तान में थे 428 बड़े मंदिर, अब बचे हैं सिर्फ़ 20

SHARDA MANDIR PAKISTAN: पाकिस्तान में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC)  के पास बने शारदा पीठ मंदिर के तोड़े जाने की ख़बर है। इसे UNESCO ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया था। इसके अलावा सिंध प्रांत के मिथी शहर में बने हिंगलाज माता मंदिर को भी तोड़ा गया है।

इस मामले को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहाकि यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की गई है। हालांकि दोनों मंदिर कब तोड़े गए।  इसकी जानकारी नहीं दी गई। फिलहाल पाकिस्तान और भारत सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि ये मंदिर कोर्ट के आदेश पर तोड़े गए हैं। हालांकि रिपोर्ट में ही दावा किया गया है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने ही इन मंदिरों की हिफाजत का आदेश दिया था। अब इस मंदिर के पास एक कॉफी हाऊस बनाया जा रहा है,  जिसका उद्घाटन इसी साल होगा।

जुलाई 2023 में सिंध के काशमोर में एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया था। हमलावरों ने मंदिर और आसपास बसे हिंदू समुदाय के घरों पर अंधाधुंध गोलीबारी भी की थी। इससे पहले कराची में 150 साल पुराना मारी माता मंदिर ढहा दिया गया था। जिस वक्त यह मंदिर ढहाया गया।  उस वक्त इलाके में बिजली नहीं थी।

बता दें कि जुलाई 2023 में ही मारी माता मंदिर पर बुलडोजर चला था। 2022 में भी मूर्तियां तोड़ी गई थीं।

मारी माता मंदिर मुखी चोहितराम रोड पर स्थित है। जिससे कुछ ही दूरी पर सोल्जर बाजार पुलिस स्टेशन भी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर की जमीन को एक शॉपिंग प्लाजा प्रमोटर को 7 करोड़ रुपए में बेच दिया गया है। इसीलिए मंदिर को तोड़ दिया गया। जून 2022 में भी मारी माता मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों को तोड़ा गया था।

ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के एक सर्वे के मुताबिक बंटवारे के वक्त पड़ोसी देश में कुल 428 बड़े मंदिर थे। धीरे-धीरे इनकी संख्या कम होती चली गई। मंदिरों की जमीनों पर कब्जा कर लिया गया और वहां दुकानें,  रेस्टोरेंट,  होटल्स,  दफ्तर,  सरकारी स्कूल या फिर मदरसे खोल दिए गए। आज आलम ये है कि यहां सिर्फ 20 बड़े मंदिर बचे हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

Recent Comments