यूएसए के हार्वर्ड से शिक्षा पाने वाले भारत के बेटे RAVI KYASARAM को टॉप अमेरिकन बिज़नेस अवॉर्ड दिया गया है। साधारण परिवार में पले-बढ़े और भारत और दुनिय़ा भर में युवाओं को राह दिखाने की हॉबी (Hobby) ने रवि को इस मुकाम पर पहुँचा दिया।
कहते हैं कि सच्ची लगन और कड़ी मेहनत का कोई तोड़ नहीं होता है, और जिसने ठान ली, उस सूरज को रौशनी बिखेरने से कोई रोक नहीं पाता। ऐसा ही कुछ कमाल कर पूरी दुनिया को चौंकाया है हमारे भारत के लाल रवि कासाराम (RAVI KYASARAM) ने। बड़े सपने के साथ जीने की कसम और उनके कठोर परिश्रम करने की ज़िद की वज़ह से Ravi Kyasaram को टॉप अमेरिकन बिज़नेस अवॉर्ड “40 Under 40” से नवाज़ा गया।
रवि कासाराम ने जीता था अमेरिकन बिज़नेस अवॉर्ड 40 अंडर 40
Work Hard’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ने वाले रवि कासाराम को 40 अंडर 40 कैटेगरी में टॉप अमेरिकन बिज़नेस का पुरस्कार दिया गया। इमर्जिंग लीडर, ग्रोथ स्ट्रॉटेजी एक्सपर्ट रवि कासाराम प्रत्येक व्यक्ति के विकास के लिए शिक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। जानीमानी कंपनी इमर्सन के रिटायर्ड चेयरमैन और सीइओ डेविड फर के साथ भी रवि कासाराम ने कुछ समय गुजारा था।
रवि ने अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की। इसके साथ ही भारतीयों और विश्व भर के युवाओं को आगे बढ़ने में मदद की। बीते छह सालों से रवि कासाराम अपने इसी मिशन को पूरा करने में लगे हुए हैं। वो जहां भी रहते हैं, उस कम्युनिटी के विकास का पूरा ख़्याल रखते हैं।
वर्तमान में रवि कासाराम (Ravi Kyasaram) यूएसए के एडवर्ड जोंस में बिज़नेस सेगमेंट, ग्रोथ एंड टेक्नोलॉजी के डॉयरेक्टर हैं। हाल के दिनों में रवि ने कोविड वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के लिए बेहतर सेवाएं दीं। इसके साथ ही इमर्सन कंपनी में चेयरमैन, सीइओ और कंपनी के टॉप लीडर के साथ में काम किया।
कासाराम ने हमेशा अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए अथक मेहनत की। साथ ही जिस कम्युनिटी में वो रहते हैं, वहाँ के लिए वो ज़बर्दस्त योगदान करते रहते हैं। कासाराम युवाओं को करियर प्लानिंग और उनके विकास में सहयोग करते रहते हैं।
वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति रतन टाटा के साथ रवि कासाराम भी दिखाई दिए थे। उनके काम को लोगों ने सराहा था।
उद्योगपति रतन टाटा और डेविड फर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। उस दौरान RAVI KYASARAM के काम को Ratan Tata और David Farr ने भरपूर सराहा था। रवि की ज़िंदगी सँवारने में टाटा ग्रुप का बड़ा हाथ रहा। इसी वज़ह से रवि को हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में एमबीए करने का मौका मिला था। इससे पहले रवि ने पंज़ाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीई किया था। और भारत में कई संस्थानों में नौकरी की थी।
भारत की शान रवि कासाराम के काम का अनुभव भी विराट है। शुरुआती दौर में उन्होंने वोल्वो ग्रुप में इंडस्ट्रियल ट्रेनी के रूप में काम किया। टाटा मोटर्स लिमिटेड लखनऊ में असिस्टेंट मैनेजर रहे। टाटा मोटर्स में टेरीटरी सेल्स मैनेजर का जॉब किया। टाइटन इंडस्ट्रीज में ब्रॉंडिंग से जुड़े रहे। टाटा स्टील में TAS मैनेजर रहे। टाटा अफ्रीका होल्डिंग में काम किया। अमेरिका की इमर्सन कंपनी में साढ़े छह साल तक योगदान दिया। और मौजूदा समय में रवि कासाराम एडवर्ड जोन्स में बिज़नेस सेगमेंट के ग्रोथ एंड टेक्नोलॉजी के डॉयरेक्टर हैं।
बता दें कि सामान्य परिवार के रवि कासाराम ने मैकडॉनल्ड रेस्टोरेंट में नौकरी की और खाद्य सेवाओं की भरपूर जानकारी हासिल की।
पहले के आंध्र प्रदेश और आज के तेलंगाना के मेदक जिले के पटानचेरूवु (PATANCHERU) गाँव में जन्मे रवि कासाराम हैदराबाद सहित देश क कई हिस्सों में पले-बढ़े। इनके माता-पिता बैंककर्मी थे। इनके बचपन की पढ़ाई भी हैदराबाद में हुई। फिर कुछ साल तक दिल्ली में रहे। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई किया। उसके बाद टाटा मोटर्स लखनऊ में काम शुरू किया और सफ़लता की सीढ़ियाँ चढ़ते ही चले गए। रवि अपने दो बच्चों और पत्नी के साथ यूएसए के सेंट लुइस मिसौरी में रहते हैं। यहां रहते हुए उन्हें उनके लोकल कम्युनिटी और इंटरनेशनल कम्युनिटी के साथ किए गए काम के लिए 40 अंडर 40 के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।