Svasth Nehtaur: यूपी के बिजनौर जिले के नहटौर में “स्वस्थ नहटौर” मिशन का डंका बज रहा है. यहां सालों से मुफ्त में शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच और परामर्श दिया जाता है.

इसी कड़ी में भारत की स्वतंत्रता के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की याद में 100 से अधिक महिलाओं और पुरुषों ने अपने शुगर लेवल की जांच कराई. ब्लड प्रेशर नपवाया.
इसके साथ ही ऑक्सीजन स्तर की नि:शुल्क जांच करवाई. इस दौरान डॉक्टरों ने उन सब को जरूरी और बेहतरीन सलाह दी. वहां आए लोगों ने अपनी जांच करवाने के बाद पूरी टीम का शुक्रिया अदा किया.

बता दें कि इस तरह का जन परोपकारी कार्य बीते कई सालों से किया जा रहा है. ये जनहितकारी कार्य ‘हैल्थ एंड एजुकेशन प्रमोशन ट्रस्ट (हैप्ट)’ की पहल “स्वस्थ नहटौर” के तहत की जा रही है.
इस ट्रस्ट के मिशन के तहत ‘शुगर और ब्लड प्रेशर जांच और परामर्श केंद्र’ द्वारा नहटौर नगरपालिका परिषद वार्ड नंबर 11 में जनता कैलेंडर परिसर में एक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
इस शिविर में 100 से अधिक महिलाओं और पुरुषों ने अपनी शुगर, ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन स्तर की नि:शुल्क जांच करवाई और परामर्श सेवाओं का लाभ उठाया.
शिविर का उद्घाटन “स्वस्थ नहटौर” के संयोजक, हैप्ट के सचिव ग़िज़ाल मैहदी और मेजर चरण सिंह शर्मा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य एसएनएस इंटर कॉलेज एवं सुपर सीनियर सिटीज़न ग़ुलाम साबिर, अंकुर जैन और नगर पालिका परिषद सभासद रियासत अंसारी ने संयुक्त रूप से किया.
इस अवसर पर अन्य सामाजिक कार्यकर्ता, नाज़िम अंसारी, महफ़ूज़ अली, शेख़ सलमी, अहमद वफ़ा आदि मौजूद थे.
जांच टीमों का नेतृत्व केंद्र के वरिष्ठ हैल्थ वालंटियर फ़राज़ ख़ुर्शीद और मुहम्मद हुज़ैफ़ा ने किया, जबकि ग़िज़ाल मैहदी ने शुगर और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों की काउंसलिंग की.
मेजर शर्मा ने बताया कि “स्वस्थ नहटौर” अभियान के तहत अगले माह से नहटौर के समस्त स्कूलों और कॉलेजों के सहयोग से एक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. इसमें शिक्षा संस्थानों में इन दोनों जानलेवा बीमारियों पर व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे. ग़लाम साबिर ने जांच और परामर्श केंद्र की निरंतर नि:शुल्क सेवाओं के लिए “स्वस्थ नहटौर” अभियान के संयोजकों को बधाई दी. साथ ही इन सेवाओं को मुहैया कराने को एक सराहनीय क़दम बताया.
मिशन “स्वस्थ नहटौर” अभियान में जीजान से जुटे ग़िज़ाल मैहदी ने बताया कि इसके तहत जांच और परामर्श केंद्र द्वारा बीते 49 हफ़्तों में 157 स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जा चुके हैं. इन शिविरों में 3000 से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है.
इन शिविरों के माध्यम से शुगर और हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लगभग 600 मरीज़ों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लगातार मुफ़्त दवा मिल रही है. उन्होंने जनता से अपील की कि 35 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को हर 6 माह में एक बार अपने शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करवानी चाहिए.
ग़िज़ाल मैहदी ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में भारत में शुगर रोगियों की संख्या में 44% से अधिक की वृद्धि हुई है. और वर्तमान में 23 करोड़ 70 लाख लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं. इसके अलावा, 24% पुरुष और 21% महिलाएं हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रस्त हैं.
वहीं जांच टीमों को सहयोग देने वालों में हैल्थ वॉलंटियर अनम परवीन, शबे नूर, मुहम्मद आसिम, शाइस्ता अंजुम, शगिल उस्मानी शामिल रहे.