Monday, November 11, 2024
HomeINDIARamlalla Darshan: भक्तों का रेला देखकर दर्शन का समय बदला, श्रद्धालु अब...

Ramlalla Darshan: भक्तों का रेला देखकर दर्शन का समय बदला, श्रद्धालु अब इस समय कर सकेंगे रामलला के दर्शन

Ramlalla Darshan: अयोध्या के नए मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट ने दर्शन का समय बदला है। अब नए सयम के साथ रामलला के दर्शन करेंगे।

विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार रामलला की मंगला आरती साढ़े चार बजे और श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि भोग आरती दोपहर बारह बजे, संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे और नौ बजे रात्रि भोग कराया जायेगा।

22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन से लेकर अब तक भगवान के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या कम नहीं हो रही है। मंदिर के बाहर अभी भी भक्तों की भारी संख्या मौजूद है।

श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए भगवान राम के दर्शन और आरती के समय में बदलाव कर दिया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा भक्तों को आसानी से भगवान के दर्शन मिल सकें।

रामलला की मंगला आरती साढ़े चार बजे और श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिया जायेगा।

रामलला की मंगला आरती साढ़े चार बजे और श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिया जायेगा।

विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार रामलला की मंगला आरती साढ़े चार बजे और श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिया जायेगा।

भोग आरती दोपहर बारह बजे, संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे और नौ बजे रात्रि भोग कराया जायेगा।

उन्होंने बताया कि भोग आरती दोपहर बारह बजे, संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे और नौ बजे रात्रि भोग कराया जायेगा।

भगवान की शयन आरती रात 10 बजे होगी। ट्रस्ट लगातार परिवर्तन कर लोगों के लिए भगवान का दर्शन सुलभ बना रहा है। इसके पहले मंदिर में प्रवेश द्वार की संख्या दो से बढ़ाकर 6 कर दी गई थी।

भगवान की शयन आरती रात दस बजे होगी। ट्रस्ट लगातार परिवर्तन कर लोगों के लिए भगवान का दर्शन सुलभ बना रहा है। इसके पहले मंदिर में प्रवेश द्वार की संख्या दो से बढ़ाकर छः कर दी गई थी।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

Recent Comments