खाद्य एवं पेय सेवा तथा किचन प्रोडक्शन स्टाफ के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला — सफल प्रशिक्षुओं को उत्तर प्रदेश के हल्दीराम आउटलेट्स में नौकरी की गारंटी
लखनऊ, 6 मई 2025 — लखनऊ विश्वविद्यालय के पर्यटन अध्ययन संस्थान (Institute of Tourism Studies) और हल्दीराम स्किल अकादमी, नोएडा के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस सहयोग का उद्देश्य खाद्य एवं पेय सेवाओं (F&B Services) और किचन प्रोडक्शन स्टाफ के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना तथा प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले प्रतिभागियों को रोजगार की गारंटी देना है।
कार्यशाला की जानकारी
- तिथि व समय: 6 मई 2025 | दोपहर 12:30 बजे
- स्थान: मंथन हॉल, कुलपति कार्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय
- RSVP संपर्क: डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, फैकल्टी सदस्य, पर्यटन अध्ययन संस्थान
समझौते के प्रमुख उद्देश्य
- फूड एंड बेवरेज सेवा व रसोई संचालन में उद्योग केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान करना।
- सफलतापूर्वक प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं को हल्दीराम आउटलेट्स, उत्तर प्रदेश में सुनिश्चित रोजगार प्रदान करना।
- शिक्षा और उद्योग के बीच मजबूत सहयोग को बढ़ावा देना जिससे छात्रों की रोजगार क्षमता में वृद्धि हो।
विशेषज्ञों द्वारा प्रत्यक्ष प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन पर्यटन अध्ययन संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा, जिसमें हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग (व्यावहारिक प्रशिक्षण) और उद्योग की गहराई से समझ प्रदान की जाएगी। प्रतिभागियों को सेवा प्रोटोकॉल, व्यंजन तैयारी, ग्राहक सेवा एवं होटल प्रबंधन से जुड़ी आवश्यक जानकारी दी जाएगी।
हल्दीराम की प्रतिबद्धता: नौकरी की गारंटी
हल्दीराम स्किल अकादमी ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाले सभी प्रशिक्षुओं को उत्तर प्रदेश में स्थित हल्दीराम के आउटलेट्स में नौकरी प्रदान की जाएगी। यह पहल स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और क्षेत्रीय प्रतिभा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अहम कदम है।
मुख्य आयोजन समिति एवं गणमान्य व्यक्ति
- मुख्य संरक्षक: प्रो. आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय
- संरक्षक: प्रो-वाइस चांसलर, लखनऊ विश्वविद्यालय
- सह-संरक्षक: प्रो. गीतांजलि मिश्रा, डीन, एकेडमिक्स, लखनऊ विश्वविद्यालय
- उद्योग सहयोगी: श्रीमती रीता कपूर, निदेशक, हल्दीराम स्किल अकादमी
- सूचना साझा की गई द्वारा: डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, निदेशक, पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय
यह एमओयू न केवल शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने का कार्य करेगा, बल्कि यह छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करने और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक सशक्त कदम है।
