वॉशिंगटन/यरूशलम: Hamas Israel War: दो साल से जारी हमास और इजरायल का युद्ध अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ऐलान किया कि दोनों पक्षों ने शांति समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इस ऐतिहासिक समझौते के तहत जल्द ही इजरायली बंधकों की रिहाई होगी और इजरायल की सेना कुछ हिस्सों से पीछे हटेगी।
गौर करें तो 7 अक्तूबर 2023 को फिलिस्तीनी समूह हमास के इजरायल पर हमले के बाद से यह संघर्ष लगातार जारी था, जिसमें अब तक 50 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
ट्रंप बोले — यह दिन अरब, मुस्लिम जगत और इजरायल सभी के लिए ऐतिहासिक
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“मुझे गर्व है कि इजरायल और हमास दोनों ने हमारे पीस प्लान के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। यह मजबूत और टिकाऊ शांति की दिशा में पहला कदम है। सभी बंधकों को जल्द रिहा किया जाएगा और इजरायल अपने सैनिकों को निर्धारित सीमा तक वापस बुलाएगा। सभी पक्षों के साथ निष्पक्षता से व्यवहार किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि यह दिन अरब और मुस्लिम देशों, इजरायल, पड़ोसी देशों और अमेरिका सभी के लिए ऐतिहासिक है। ट्रंप ने कतर, मिस्र और तुर्किये के मध्यस्थों को धन्यवाद दिया जिन्होंने “इस असंभव को संभव बनाया।”
Hamas Israel War: गाजा युद्ध खत्म करने के लिए ट्रंप की 20 सूत्रीय योजना
- गाजा को आतंकवाद-मुक्त क्षेत्र बनाया जाएगा, जो अपने पड़ोसियों के लिए कोई खतरा नहीं होगा।
- गाजा का पुनर्निर्माण वहां के नागरिकों के हित में किया जाएगा।
- दोनों पक्षों की सहमति पर युद्ध तत्काल समाप्त होगा; इजरायली सेना पीछे हटेगी और बंधकों की रिहाई की तैयारी की जाएगी।
- समझौता सार्वजनिक रूप से स्वीकार किए जाने के 72 घंटे के भीतर सभी बंधकों — जीवित और मृत — की रिहाई होगी।
- इजरायल 250 आजीवन कारावास कैदियों और 1,700 गाजा निवासियों को छोड़ेगा, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल होंगे। मृत इजरायली बंधकों के बदले गाजावासियों के शव लौटाए जाएंगे।
- हमास के शांतिप्रिय सदस्य, जो हथियार त्याग देंगे, उन्हें माफी दी जाएगी; जो गाजा छोड़ना चाहेंगे उन्हें सुरक्षित निकासी दी जाएगी।
- मानवीय सहायता तुरंत गाजा भेजी जाएगी, जिसमें आधारभूत ढांचे का पुनर्निर्माण शामिल होगा।
- सहायता का वितरण संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रीसेंट और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की निगरानी में होगा।
- गाजा का प्रशासन एक अस्थायी, गैर-राजनीतिक फिलिस्तीनी समिति को सौंपा जाएगा, जिसकी निगरानी “बोर्ड ऑफ पीस” करेगा — इसके अध्यक्ष स्वयं डोनाल्ड ट्रंप होंगे, जबकि पूर्व ब्रिटिश पीएम टोनी ब्लेयर सहित वैश्विक नेता सदस्य होंगे।
- गाजा के पुनर्निर्माण के लिए विशेष आर्थिक योजना बनेगी जिसमें पश्चिम एशिया की आधुनिक शहर परियोजनाओं के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना की जाएगी, जिसमें व्यापारिक रियायतें दी जाएंगी।
- किसी को गाजा छोड़ने या लौटने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा — सबको स्वतंत्रता होगी।
- हमास और अन्य गुटों को शासन में कोई भूमिका नहीं दी जाएगी; पूरे क्षेत्र का पूर्ण निरस्त्रीकरण अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की देखरेख में होगा।
- क्षेत्रीय साझेदार यह सुनिश्चित करेंगे कि हमास या अन्य गुट समझौते का उल्लंघन न करें।
- अमेरिका, अरब देशों और अन्य साझेदारों के साथ मिलकर गाजा में अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (ISF) तैनात करेगा, जो स्थानीय पुलिस को प्रशिक्षित करेगा।
- इजरायल गाजा पर कब्ज़ा नहीं करेगा और न ही उसे अपना हिस्सा बनाएगा। ISF द्वारा स्थिरता सुनिश्चित होने के बाद IDF चरणबद्ध रूप से हटेगा।
- यदि हमास प्रस्ताव अस्वीकार करता है, तो सहायता और अन्य उपाय उन क्षेत्रों में लागू किए जाएंगे जो IDF से ISF को सौंपे जाएंगे।
- शांति, सह-अस्तित्व और सहिष्णुता पर आधारित अंतरधार्मिक संवाद प्रक्रिया शुरू होगी।
- यदि गाजा का पुनर्विकास सफल होता है, तो फिलिस्तीनी प्राधिकरण के लिए राज्य के अधिकार की दिशा में रास्ता खुलेगा।
- अमेरिका, इजरायल और फिलिस्तीन के बीच राजनीतिक संवाद की नई शुरुआत होगी ताकि स्थायी और समृद्ध शांति सुनिश्चित की जा सके।
ट्रंप की यह योजना पश्चिम एशिया में दशकों से चली आ रही हिंसा और अविश्वास की दीवार को तोड़ने का प्रयास मानी जा रही है। अगर समझौते के सभी बिंदुओं पर अमल हो गया, तो यह मध्य पूर्व की राजनीति में नई शांति व्यवस्था की नींव साबित हो सकती है।