Ukraine War: मॉस्को: रूस ने आरोप लगाया है कि पश्चिमी देश यूक्रेन में शांति वार्ता की राह में बाधा डाल रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री सरगेई लावरोव ने कहा कि पश्चिमी देशों के रवैये से साफ है कि वे युद्ध को खत्म नहीं होने देना चाहते।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यूरोपीय देश बीच में अड़ंगे डालकर प्रक्रिया को विफल कर देते हैं।
जेलेंस्की की शर्तों पर आपत्ति: लावरोव ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे शांति नहीं बल्कि अपनी शर्तों को लागू करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति पुतिन ने बातचीत का जो मंच तैयार किया था, यूक्रेन उसे ही खत्म करने पर आमादा है।”
जेलेंस्की का कहना है कि पुतिन से किसी भी मुलाकात से पहले अमेरिका और पश्चिमी देश सुरक्षा की गारंटी दें ताकि रूस आगे हमला न कर सके। इस पर रूस का कहना है कि ऐसी शर्तें वार्ता को आगे बढ़ने से रोक रही हैं।
“यूरोपीय सेनाओं की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं”: रूस ने साफ चेतावनी दी है कि यूक्रेन में यूरोपीय देशों की सेना की मौजूदगी को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। लावरोव ने कहा कि शांति प्रक्रिया के नाम पर विदेशी सैन्य हस्तक्षेप रूस के लिए अस्वीकार्य है।
यूक्रेनी ड्रोन हमले से परमाणु संयंत्र में आग: इसी बीच रूस ने दावा किया कि यूक्रेन ने शनिवार देर रात उसके कुर्स्क क्षेत्र पर कई ड्रोन हमले किए। इन हमलों में एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई। अधिकारियों ने बताया कि आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया और विकिरण स्तर सामान्य सीमा में है।
हमले में एक ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुआ, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यह घटना ऐसे समय में हुई जब यूक्रेन अपनी स्वतंत्रता के 34 साल पूरे होने का जश्न मना रहा था।