Independence Day: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन का सार पढ़िए.
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर को भारत के साहस और जज्बे का प्रतीक बताया।
इसे आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई का ऐतिहासिक उदाहरण कहा, खासकर पहलगाम हमले के निर्णायक जवाब के रूप में।
उन्होंने साफ किया कि भारतीय सशस्त्र बल हर परिस्थिति में राष्ट्र की रक्षा के लिए तत्पर हैं।
संविधान और लोकतंत्र की महत्ता: आज़ादी के बाद हर वयस्क को मताधिकार मिलने को भारत की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहाकि संविधान और लोकतंत्र से बढ़कर हमारे लिए कुछ भी नहीं है। भारत ने चुनौतियों के बावजूद लोकतंत्र को सफलतापूर्वक अपनाया है।
स्वतंत्रता दिवस का ऐतिहासिक महत्व: 15 अगस्त को केवल आज़ादी का दिन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक बताया।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनके बलिदान के कारण ही हमें 78 साल पहले आज़ादी मिली। तिरंगे को सलामी देते समय स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में श्रद्धांजलि देने का आह्वान किया।