Wednesday, December 6, 2023
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Lok Sabha 2024: एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावी नतीजे का असर दिखेगा आम चुनाव 2024 में ?

Lok Sabha 2024: देश के पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों का एलान हो गया है। एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने दबदबा बनाया है। तेलंगाना में कांग्रेस और मिजोरम में जेडपीएम बहुमत में है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए इन राज्यों के परिणामों को एक तरह से सेमीफ़ाइनल के तौर पर देखा जा रहा है.

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस पर बीजेपी भारी पड़ी है। यहां राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया है। दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में बीआरएस को मुंह की खानी पड़ी है। यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की है। वहीं मिज़ोरम के चुनाव परिणाम ने सत्ताधारी एमएनएफ को हाल मिली है। यहां जोराम पीपुल्स मूवमेंट को 40 में से 27 सीटों पर जीत मिली है।

मध्य प्रदेश में 230 सीटों, राजस्थान में 199 सीटों, छत्तीसगढ़ की 90 सीटों पर बीजेपी सत्ता में आई है। वहीं तेलंगाना की 119 सीटों पर कांग्रेस सत्ता में आई है। 

इन पाँच राज्यों के परिणामों को सेमीफ़ाइनल इस वजह से भी कहा जा रहा है, क्योंकि अगले ही साल लोकसभा चुनाव हैं और इन राज्यों में अच्छी ख़ासी लोकसभा सीटें हैं.

मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें, राजस्थान में 25 सीटें, छत्तीसगढ़ में 11 सीटें, तेलंगाना में 17 सीटें और मिज़ोरम में सिर्फ़ एक सीट है. इन सीटों को जोड़ दिया जाए तो इनका योग 83 हो जाता है. इन पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी अपर हैंड है। उसको अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त फायदा मिलेगा।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले इसका प्रचार काफ़ी ज़ोर-शोर से हुआ जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगे रहे.

चुनाव प्रचार के दौरान जहां पीएम मोदी अपनी योजनाओं की तारीफ़ करते नज़र आए तो वहीं विपक्षी राज्यों में उसके मुख्यमंत्रियों पर हमलावर रहे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पांचों राज्यों में उसके स्टार प्रचारक रहे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा भी मध्य प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ और राजस्थान की चुनावी रैलियों में नज़र आईं.

तेलंगाना में बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव से लेकर पीएम मोदी, राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी चुनाव प्रचार करते नज़र आए.

इस चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का मुद्दा ख़ूब जोर-शोर से उठाया. 23 सितंबर को जयपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी से कहा कि वो जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी करें.

वहीं, पीएम मोदी ने 6 नवंबर को एक बड़ा फ़ैसला लेते हुए मुफ़्त अनाज की योजना को अगले पांच साल तक बढ़ाने का फ़ैसला किया. छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक चुनावी रैली के दौरान उन्होंने इसकी पुष्टि की थी.

कुल मिलाकर कह सकते हैं कि सरकार उसी पार्टी की बनेगी, जो जनता को भरोसा दिला दे कि वो उसके लिए अच्छा करेगी। बेरोज़गारी, विकास और भ्रष्टाचार की बात हर चुनाव में रहता है। सत्ता में रहने वाली पार्टियों को एंटी इंकम्बेंसी का सामना करना पड़ता है। गौर करें तो इन 5 राज्यों के चुनाव से ये साफ हो गया है कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है। मगर आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन के लोग कौन सी रणनीति बनाते हैं और बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए आज के फायदे को लोकसभा के चुनाव में कैसे भुनाएगी।

MIZORAM RESULT: मिजोरम में 6 दलों के गठबंधन से बनी जोरम पीपुल्स मूवमेंट ZPM को बहुमत, 40 में से मिलीं 27 सीटें

MIZORAM RESULT: मिजोरम के 40 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) 27 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

मिजोरम के 40 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वोटों की गिनती के बाद ZPM ने 27 सीटें जीत ली हैं।

वहीं सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के खाते में 10 सीटें आई हैं। हालांकि CM जोरमथंगा आइजोल-ईस्ट 1 से चुनाव हार गए। उन्हें ZPM के ललथनसंगा ने हराया। उधर बीजेपी ने दो सीटें मिलीं। पिछली बार पार्टी को एक सीट मिली थी। जबकि कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई।

जोरम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा ने कहा- वह पार्टी की बढ़त देखकर खुश हैं। अगले दो दिनों के बीच मैं राज्यपाल से मिलूंगा। शपथ ग्रहण इसी महीने होगा।

लालदुहोमा एक पूर्व IPS अधिकारी हैं। वे पूर्व PM इंदिरा गांधी की सिक्योरिटी संभाल चुके हैं। उनकी पार्टी ने दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा। 2018 में ZPM को 8 सीटें मिली थीं।

जोरम पीपुल्स मूवमेंट पार्टी शुरुआत में छह क्षेत्रीय दलों का गठबंधन था। जिसमें मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जोरम नेशनलिस्ट पार्टी, जोरम एक्सोडस मूवमेंट, जोरम डिसेंट्रलाइजेशन फ्रंट, जोरम रिफॉर्मेशन फ्रंट और मिजोरम पीपुल्स पार्टी शामिल थीं।

2018 में ZPM ने इसी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था और आठ सीटें जीतीं। इसके बाद चुनाव आयोग (ECI) ने आधिकारिक तौर पर जुलाई 2019 को पार्टी को रजिस्टर्ड किया। सबसे बड़ी संस्थापक पार्टी, मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, 2019 में गठबंधन से बाहर हो गई थी और बाकी बची पांच पार्टियां एक में शामिल हो गईं, जिसे ZPM नाम दिया गया।

MNF और कांग्रेस के अलावा मिजोरम में तीसरी बड़ी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट है और इसके नेता लालदुहोमा हैं। लालदुहोमा एक पूर्व IPS अधिकारी हैं। जो पूर्व PM इंदिरा गांधी की सिक्योरिटी संभाल चुके हैं। अभी राहुल गांधी की जब संसद सदस्यता गई थी तो लालदुहोमा एक बार फिर चर्चा में आ गए थे।

दरअसल, लालदुहोमा ने 1984 में मिजोरम से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सीट जीती थी। बाद में उनका राज्य कांग्रेस के नेताओं से मतभेद हो गया और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। वे 1988 में दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित होने वाले पहले लोकसभा सांसद बने। 2018 में लालदुहोमा ने आइजोल पश्चिम- I और सेरछिप से निर्दलीय चुनाव जीता।

Election Results 2023: एमपी, सीजी और राजस्थान में जीत पर बीजेपी गदगद

पीएम मोदी ने कहा – इन चुनावों की गूँज पूरी दुनिया में सुनाई देगी

पीएम बोले- आज ‘सबका साथ, सबका विकास’ का विचार जीता

Election Results 2023: पीएम मोदी ने भाजपा मुख्यालय में अपने संबोधन में कहा- आज ईमानदारी, पारदर्शिता और सुशासन की जीत हुई है। पीएम मोदी बोले- भाजपा को मिली ये जीत ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। जेपी नड्डा बोले- ‘गरीब, पिछड़े, अनुसूचित जाति को कोई सम्मान दे सकता है तो वह पीएम मोदी हैं’

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। अब तक के रुझानों में मध्य प्रदेश में भाजपा 163 सीट जीत गई है। राजस्थान में भी बहुमत के आंकड़े को पार कर 115 सीट कर लिया है। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा 54 सीट जीतकर सत्ता में पहुंच गई। वहीं तेलंगाना में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ 64 सीट लेकर सत्ता में आ गई है।

चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, मध्य प्रदेश में भाजपा 163 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। वहीं कांग्रेस 63 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है।

राजस्थान में भाजपा 115 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। वहीं कांग्रेस 69 सीटों पर जीत चुकी है। वहीं बसपा को 2 सीटों पर जीत मिली है। अन्य पार्टियों के खाते में 13 सीटें आई हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस को 35 सीटों पर जीत मिली है। 

तेलंगाना की 119 सदस्यीय असेंबली में कांग्रेस ने 64 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं बीआरएस को 35 सीटों पर जीत मिली है। भाजपा को 8 सीटों पर जीत मिली है और एआईएमआईएम को 8 सीटों पर जीत मिली है। एस सीट वामपंथी पार्टी को मिली है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस चुनाव में देश को जातियों में बांटने की बहुत कोशिशें हुई लेकिन मैं लगातार कह रहा था कि मेरे लिए देश में 4 जातियां ही सबसे बड़ी जातियां है। जब मैं इन 4 जातियों की बात करता हूं तब हमारी नारी, युवा, किसान और हमारे गरीब परिवार इन 4 जातियों को सशक्त करने से ही देश सशक्त होने वाला है…।’

तेलंगाना के सीएम केसीआर ने राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन को अपना इस्तीफा भेज दिया है। 

बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने यह जानकारी दी। केटी रामाराव ने कहा कि ये नतीजे वो नहीं हैं, जो हमारी पार्टी चाहती थी लेकिन पार्टी तेलंगाना की जनता को धन्यवाद देती है कि उन्होंने बीआरएस को उनकी सेवा का मौका दिया। वहीं राज्यपाल ने सीएम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है लेकिन अगली सरकार के गठन तक पद पर बने रहने की अपील की। 

भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा, ‘इस चुनाव के नतीजों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि देश ने समझ लिया है कि अगर कोई गांव को कोई मज़बूती दे सकता है तो वह PM नरेंद्र मोदी हैं। इन नतीजों ने संदेश दिया है कि गरीब, पिछड़े, अनुसूचित जाति, जनजाति को कोई सम्मान दे सकता है तो वह प्रधानमंत्री मोदी हैं।’

भाजपा मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने माला पहनाकर किया स्वागत। 

तेलंगाना पुलिस ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने 4 दिसंबर और 9 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा इंतजाम करने के लिए कहा है। बता दें कि तेलंगाना में कांग्रेस 64 सीटों पर आगे चल रही है और राज्य में सरकार बनाने की स्थिति में है। 

राजस्थान में सीएम गहलोत ने दिया इस्तीफा। राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर सौंपा अपना इस्तीफा। 

केटीआर बोले- हम निराश हैं लेकिन दुखी नहीं हैं। हम एक ऐसी पार्टी हैं, जिसने तेलंगाना को बनाने में सभी बाधाओं के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया। हम तेलंगाना के लोगों के आभारी हैं जो हमें भूमिका दी है।

उधर INDIA गठबंधन के संसदीय नेताओं की बैठक कल सुबह 10 बजे संसद में विपक्ष के नेता के चैंबर में होगी।

Assembly Election Result: एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा का रिजल्ट कुछ ही घंटों में

मिजोरम में चुनावी नतीजे 4 दिसंबर को आएंगे

Assembly Election Result: मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को सामने आएंगे. 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से रुझान आने लगेंगे. मिजोरम में चुनावी नतीजे एक दिन बाद 4 दिसंबर को आएंगे.

Assembly Election Result: हाल ही में देश के पांच राज्यों में खत्म हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को जारी होने वाले हैं. इन 4 राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान,  तेलंगाना और छत्तीसगढ़ शामिल है. मिजोरम के नतीजे 4 तारीख को जारी किए जाएंगे. कल चुनाव आयोग की तरफ से ये फैसला लिया गया.

इन राज्यों में चुनावी कार्यक्रम 7 नवंबर से शुरू हुआ और 30 नवंबर को समाप्त हो गया. सबसे पहले मिजोरम और छत्तीसगढ़ के पहले चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ और फिर 17 नवंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दूसरे चरण का मतदान पूरा हुआ.

इसके बाद 25 नवंबर को राजस्थान के 199 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ और सबसे आखिरी में तेलंगाना के 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को मतदान हुए थे. हालांकि इससे पहले अलग-अलग चैनलों ने एग्जिट पोल भी जारी किए.

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से 135 से अधिक सीट पर जीत हासिल करेगी. 

उधर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव के नतीजों पर कहाकि उनकी पार्टी कई राज्यों में सरकार बना रही है। 

राजस्थान में रविवार को 199 सीटों की मतगणना होगी। 36 मतगणना केंद्रों पर मतगणना होगी। कल सुबह 8 बजे से सभी केंद्रों पर पोस्टल बैलेट और 8.30 बजे से ईवीएम के माध्यम से मतगणना शुरू होगी। 36 केंद्रों पर मतगणना के लिए 1121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई है। 51890 मतदान केन्द्रों पर ईवीएम में प्राप्त मतों की गणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर 2524 टेबल लगाई गई है। इनमें कुल 4245 राउंड में मतों की गिनती का कार्य पूरा होगा। राजस्थान में अगर बात करें तो सबसे पहले अजमेर दक्षिण के परिणाम सामने आएंगे। सबसे लेट परिणाम शिव विधानसभा के आ सकते है।

एमपी चुनाव में पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 2.19 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई है। 2023 के विधानसभा चुनाव में ईवीएम मशीन और पोस्टल बैलेट वोटों को मिलाकर वोटिंग का प्रतिशत 77.82 फीसदी रहा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 2.19 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई. वोटों की गिनती 52 जिला मुख्यालयों पर होगी. सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. स्ट्रॉन्ग रूम सुरक्षित हैं और सभी स्ट्रॉन्ग रूम पर केंद्रीय बल तैनात हैं.

तेलंगाना असेंबली के चुनाव नतीजे भी तीन दिसंबर को घोषित होंगे। चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी।

चुनाव आयोग ने मिजोरम चुनाव की काउंटिंग-रिजल्ट की तारीख में बदलाव किया है. अब राज्य के चुनाव के नतीजे 4 दिसंबर यानी सोमवार को आएंगे. पहले मिजोरम के नतीजे चार अन्य राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के साथ रविवार 3 दिसंबर को आने थे. मिजोरम में इस संबंध में कई लोगों से अनुरोध मिलने के बाद चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है. 

Polls of Polls Assembly: राजस्थान-एमपी में BJP, छत्तीसगढ़-तेलंगाना में काँग्रेस; मिजोरम में हंग असेंबली के हालात पता नहीं

Polls of Polls Assembly: पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम असेंबली के लिए मतदान पूरा हो गया। अब मतों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। अब एग्जिट पोल के नतीजे आए हैं। इनमें एमपी और राजस्थान में बीजेपी भारी है। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस को अपर हैंड है। मिजोरम की बात करें तो वहां किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दिख रहा है। वहां असेंबली के हालात हैं।

इन 5 राज्यों में 8 प्रमुख न्यूज ऑर्गनाइजेशन और सर्वे एजेंसियों ने एग्जिट पोल किए हैं। इन सबको मिलाकर पोल ऑफ पोल्स का हिसाब लगाया है। इस हिसाब से राजस्थान- मध्यप्रदेश में बीजेपी, छत्तीसगढ़-तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। मिजोरम में हंग असेंबली के आसार हैं।

गौर करें तो कुल 5 में से 2 राज्यों में बीजेपी और 2 में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है।

Polls of Polls Assembly: राजस्थान की बात करें तो 8 एग्जिट पोल में से 5 में बीजेपी की सरकार बन रही है। एक पोल में कांग्रेस की सरकार बन रही है, जबकि दो में उसे सरकार बनाने के करीब बताया गया है। पोल ऑफ पोल्स में बीजेपी को 102, कांग्रेस को 86 और अन्य को 11 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

Polls of Polls Assembly: मध्य प्रदेश के एग्जिट पोल पर गौर करें तो 8 एग्जिट पोल में से 4 भाजपा की सत्ता में वापसी करवा रहे हैं, जबकि 3 पोल कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जता रहे हैं, जबकि एक सत्ता के करीब बता रहे हैं। पोल ऑफ पोल्स में भाजपा को 125, कांग्रेस को 100 और अन्य को 5 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

Polls of Polls Assembly: छत्तीसगढ़ में एग्जिट सर्वे पर गौर करें तो सभी 8 पोल में कांग्रेस की दोबारा सत्ता में वापसी करवा रहे हैं। इनमें से पांच पोल में भाजपा सत्ता से 4 से 6 सीट दूर दिख रही है। पोल ऑफ पोल्स में भाजपा को 39, कांग्रेस को 48 और अन्य को 3 सीटें मिलने का अनुमान है।

Polls of Polls Assembly: तेलंगाना में 6 पोल्स जारी हुए। इनमें 5 पोल कांग्रेस को पहली बार सत्ता में आने का अनुमान जता रहे हैं, जबकि एक में सत्ता के करीब बताया गया है। सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (BRS) किसी भी पोल में सत्ता में आती नहीं दिख रही है। पोल ऑफ पोल्स में BRS को 44, कांग्रेस को 64, भाजपा को 7 और अन्य को 7 सीटें मिलने का अनुमान है।

Polls of Polls Assembly: मिजोरम के हालात देखें तो 5 एग्जिट पोल में से एक में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को सरकार बनाते दिखाया गया है। बाकी 4 पोल में हंग असेंबली का अनुमान जताया गया है। पोल ऑफ पोल्स में सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) को 15, ZPM को 16, कांग्रेस को 7 और भाजपा को 1 सीट मिलने का अनुमान है।

Awadh Festival: अवध फेस्टिवल में शान, माहिरी समेत 7 कलाकारों को ‘नौशाद सम्मान’

यूपी फिल्म सिटी में होंगी समस्त सुविधाएं : ब्रजेश पाठक

Awadh Festival: कलाकारों से मिलकर अच्छा लगता है, क्योंकि उन्होंने साधना करके कला को हासिल किया होता है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार ऐसी फिल्म नगरी की स्थापना करने की दिशा में काम कर रही है, जहां कलाकारों को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलें।

ये बातें उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन की ओर से यहां गोमतीनगर विस्तार के एक होटल में आयोजित ‘अवध फेस्टिवल’ में बॉलीवुड और शास्त्रीय संगीत की दुनिया के चमकते सितारों को नौशाद सम्मान से नवाजते हुए कहीं।

उपमुख्यमंत्री ने यहां गायक शान, सितारवादक संगीतकार इमरान खान, गायिका माहिरी बोस, गायिका प्रियंका बर्वे, अंतरा नन्दी, प्रशासनिक अधिकारी हरिओम और रंगकर्मी सुरेश शर्मा को नौशाद सम्मान से स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र इत्यादि देकर अलंकृत किया।

फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के अध्यक्ष तुरब जैदी, सैन्य अधिकारियों व अन्य अतिथियों की उपस्थिति में चले समारोह में संगीत की शानदार महफिल भी सजी। इससे पहले संयोजक जफर नबी ने एसोसिशन की पिछले डेढ़ दशक की गतिविधियों से रूबरू कराते हुए अतिथियों का स्वागत किया।

रंग निर्देशक सलीम आरिफ के कुशल संचालन में संगीत की महफिल का आगाज युवा गायिका अंतरा नंदी ने चार दिनों का प्यार हो रब्बा बड़ी लंबी जुदाई…. गीत से किया। गुरु व पिता जयंत बोस की शिष्या माहिरी बोस ने महफिल को चंद गजलों से सराबोर कर दिया।

तो प्रियंका बर्वे नौशाद के फिल्मी नगमों का रस बरसाया। सुप्रसिद्ध गायिका आनन्दिता चटर्जी ने भी लाजवाब गीत पेश किए। इस दौरान अमीर खुसरो की रचना पर नृत्य की भी सुंदर प्रस्तुति हुई। अन्त में सीकर घराने से ताल्लुक रखने वाले सितार वादक इमरान खान ने पूरी शास्त्रीयता निभाते हुए मोहे पनघट पे नंदलाल….. रचना सुनाई। तबले पर रत्नेश मिश्र ने खूबसूरती से साथ निभाया।

Exit Poll Assembly Poll: शाम छह बजे से एग्जिट पोल का धमाका, 5 राज्यों के नतीजे आएंगे 3 दिसंबर को 

Exit Poll Assembly Poll: जैसे ही शाम 5 बजे तेलंगाना असेंबली की पोलिंग ख़त्म होगी। शाम छह बजे से एग्जिट पोल का धमाका शुरू हो जाएगा। हालाँकि पांच राज्यों के असेंबली चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

गौर करें तो चुनाव आयोग के निर्देशानुसार शाम 6 बजे के बाद से एग्जिट पोल का डेटा सार्वजनिक किया जा सकता है। ऐसे में शाम से टुडेज चाणक्य, एबीपी-सी वोटर, न्यूजएक्स-नेता, रिपब्लिक-जन की बात, सीएसडीएस, न्यूज18-आईपीएसओएस, इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया, टाइम्स नाउ-सीएनएक्स और सीएसडीएस जैसी संस्थाओं के सर्वे दिखने शुरू हो जाएंगे। 

Exit Poll Assembly Poll: अब जानिए ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल क्या होते हैं। ओपिनियन पोल चुनाव से पहले कराए जाते हैं। ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जाता है। भले ही वो वोटर हों या नहीं हों। वहीं, एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किया जाता है। इसमें केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है। 

सात नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए। वहीं, तेलंगाना में वोटिंग हो रही है। सभी राज्यों के नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे, लेकिन आज शाम को अलग-अलग मीडिया चैनलों और सर्वे एजेंसियों की तरफ से एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे। किस राज्य में किस पार्टी की सरकार बन रही है? किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी? इसका अनुमान इस पोल के ज़रिए लगेगा।   

दरअसल एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है। मतदान वाले दिन जब मतदाता वोट देकर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो वहां अलग-अलग सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनल के लोग मौजूद होते हैं। वह मतदाता से वोटिंग को लेकर सवाल पूछते हैं। इसमें उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसको वोट दिया है? इस तरह से हर विधानसभा के अलग-अलग पोलिंग बूथ से वोटर्स से सवाल पूछा जाता है। मतदान खत्म होने तक बड़ी संख्या में आंकड़े एकत्र हो जाते हैं। 

इन आंकड़ों को जुटाकर और उनके ऑंसर के हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि पब्लिक का मूड किस ओर है? मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर ये निकाला जाता है कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसका प्रसारण मतदान खत्म होने के बाद ही किया जाता है। 

एग्जिट पोल कराने के लिए सर्वे एजेंसी या न्यूज चैनल का रिपोर्टर अचानक से किसी बूथ पर जाकर वहां लोगों से बात करता है। इसमें पहले से तय नहीं होता है कि वह किससे सवाल करेगा? आमतौर पर मजबूत एग्जि़ट पोल के लिए 30-35 हजार से लेकर एक लाख वोटर्स तक से बातचीत होती है। इसमें क्षेत्रवार हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जाता है। 

ओपिनियन पोल: ओपिनियन पोल चुनाव से पहले कराए जाते हैं। ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जाता है। भले ही वो वोटर हों या नहीं हों। ओपिनियन पोल के रिज़ल्ट के लिए चुनावी दृष्टि से क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर जनता की नब्ज़ को टटोलने का प्रयास किया जाता है। इसके तहत क्षेत्रवार यह जानने की कोशिश की जाती है कि जनता किस बात से नाराज़ और किस बात से संतुष्ट है। 

एग्जिट पोल: एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किया जाता है। एग्जिट पोल में केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है। मतलब इसमें वही लोग शामिल होते हैं, जो वोट डालकर बाहर निकलते हैं। एग्जि़ट पोल निर्णायक दौर में होता है। मतलब इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है। एग्जि़ट पोल का प्रसारण मतदान के पूरी तरह से ख़त्म होने के बाद ही किया जाता है। 

दुनिया में चुनावी सर्वे की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका में हुई। जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन ने अमेरिकी सरकार के कामकाज पर लोगों की राय जानने के लिए ये सर्वे किया था।

बाद में ब्रिटेन ने 1937 और फ्रांस ने 1938 में अपने यहां बड़े पैमाने पर पोल सर्वे कराए। इसके बाद जर्मनी, डेनमार्क, बेल्जियम तथा आयरलैंड में चुनाव पूर्व सर्वे कराए गए।

एग्जिट पोल की शुरुआत नीदरलैंड के समाजशास्त्री और पूर्व राजनेता मार्सेल वॉन डैम ने की थी। वॉन डैम ने पहली बार 15 फरवरी 1967 को इसका इस्तेमाल किया था। उस समय नीदरलैंड में हुए चुनाव में उनका आकलन बिल्कुल सटीक रहा था। 

भारत में एग्जि़ट पोल की शुरुआत इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन (आईआईपीयू) के प्रमुख एरिक डी कोस्टा ने की थी।

1996 में एग्जिट पोल सबसे अधिक चर्चा में आए। उस समय दूरदर्शन ने सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (सीएसडीएस) को देशभर में एग्जिट पोल कराने के लिए अनुमति दी थी। 1998 में पहली बार टीवी पर एग्जिट पोल का प्रसारण किया गया।

भारत की ये एजेंसियाँ और चैनल्स कराते हैं एग्जिट सर्वे

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Telangana Poll: तेलंगाना की 119 सीटों पर वोटिंग जारी, BRS, बीजेपी और कांग्रेस में मुक़ाबला

Telangana Poll: तेलंगाना की 119 सीटों पर वोटिंग जारी है। यहां 3 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं। सभी सीटों पर BRS, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। राज्य में पहली बार 8 लाख लोग वोट डालेंगे। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई। यह शाम 5 बजे तक चलेगी। राज्य में 3.17 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं। इनमें 8 लाख लोग पहली बार वोट डालेंगे। नेशनल और स्टेट लेवल की कुल 109 पार्टियों के 2290 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल 16 जनवरी 2024 को खत्म होने वाला है। यहां पिछली बार दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे और तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने सरकार बनाई थी। चंद्रशेखर राव दूसरी बार CM बने थे। TRS का नाम अब BRS (भारत राष्ट्र समिति) हो गया है।

इस बार के चुनाव में सत्तारूढ़ BRS और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। भाजपा भी इस बार जोर लगा रही है। साल 2018 में BRS को 88, कांग्रेस को 19 सीटें मिली थीं। वहीं, भाजपा के खाते में केवल एक सीट आई थी।

स्टेट इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, राज्य में 35,655 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 511 केंद्र संवेदनशील हैं। ये सभी छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा से लगे हैं और नक्सल प्रभावित हैं। सुरक्षा के लिए सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 100 से ज्यादा कंपनियां तैनात की गई हैं।

BRS के राष्ट्रीय अध्यक्ष KCR लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए मैदान में हैं। वे गजवेल और कामारेड्डी दो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों ही सीटों पर उनके खिलाफ मजबूत प्रत्याशी मैदान में हैं। गजवेल में भाजपा ने उनके खिलाफ ईटाला राजेंद्र को उतारा है। वहीं, कामारेड्डी क्षेत्र से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी चुनावी मैदान में हैं।

भाजपा ने तेलंगाना में अपने सहयोगी जनसेना के साथ सभी 119 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने राज्य के चुनाव में तीन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है। करीम नगर सीट से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार, बोथ से सांसद सोयाम बापू और कोरुतला से सांसद अरविंद धर्मपुरी को BJP ने अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले पार्टी ने MP-राजस्थान में भी इसी तरह का प्रयोग कर कई मौजूदा सांसदों को चुनाव मैदान में उतार चुकी है।

इसके अलावा राज्य में भाजपा के इकलौते विधायक टी राजा सिंह को भी टिकट मिला है। पार्टी ने उन्हें अगस्त 2022 में सस्पेंड कर दिया था। उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी। टी राजा गौशमहल से विधायक हैं। भाजपा ने इसी सीट से उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया है। इस पर AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा था कि BJP में नफरत फैलाने वालों को जल्दी प्रमोशन मिलता है। यकीन है नुपूर शर्मा को भी PM से आशीर्वाद मिलेगा।

राजा सिंह को एक वीडियो में इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के बाद भाजपा से निलंबित कर दिया गया था। उस वीडियो को बाद में सोशल मीडिया से भी हटा दिया गया।

कांग्रेस ने 119 में से 118 सीटों में अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं। पार्टी ने अपने तीनों मौजूदा सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है। मल्काजगिरी के सांसद ए. रेवंत रेड्डी को कोडंडल से, भोंगिर के सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी को नलगोंडा से और नलगोंडा के सांसद एन. उत्तम कुमार रेड्डी को हुजूरनगर से मैदान में उतारा है।

हैदराबाद जिले में लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव की सियासत ओवैसी के इर्द-गिर्द घूमती है। ओवैसी की पार्टी AIMIM 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बाकी सीटों पर BRS को समर्थन दिया है। पिछले चुनाव में AIMIM ने 7 सीटें जीती थीं।

Awadh Festival: अवध फेस्टिवल में 8 कलाकारों को ब्रजेश पाठक देंगे ‘नौशाद सम्मान’

Awadh Festival: हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन की ओर से यहां 30 नवम्बर को लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार के होटल हिल्टनगार्डन में आयोजित ‘अवध फेस्टिवल’ में बॉलीवुड और शास्त्रीय संगीत की दुनिया के चमकते सितारों को नौशाद सम्मान से नवाजा जायेगा। इस अवसर पर संगीत की शानदार महफिल भी सजेगी।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गायक शान, संगीतकार मिठुन, सितारवादक संगीतकार इमरान खान, गायिका माहिरी बोस, गायिका प्रियंका बर्वे, अंतरा नन्दी, प्रशासनिक अधिकारी हरिओम और रंगकर्मी सुरेश शर्मा को नौशाद सम्मान से अलंकृत करेंगे। समारोह की अध्यक्षता प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम करेंगे।

उक्त अवसर पर माहिरी बोस गजलें सुनाएंगी तो प्रियंका बर्वे नौशाद के फिल्मी नगमों का रस बरसाएंगी, जबकि अंतरा नन्दी युवाओं को लुभाने वाले गीत प्रस्तुत करेंगी। सुप्रसिद्ध गायिका अनन्दिता चटर्जी भी लाजवाब गीत पेश करेंगी। इस अवसर पर मध्य कमान के कमाण्डर और अन्य उच्चाधिकारी विशिष्ट अतिथि के रूप में फेस्टिवल में शरीक होंगे।

एसोसिएशन के संयोजक जफर नबी ने बताया कि इससे पहले हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन विख्यात सरोद वादक अमजद अली खां, संतूरवादक शिवकुमार शर्मा, अभिनेत्री व नृत्यांगना हेमा मालिनी, गायिका रेखा भारद्वाज, गायक सोनू निगम, गजलगो तलत अजीज और रेखा सूर्य जैसे विश्वविख्यात कलाकारों को आमंत्रित कर उनके कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित कर चुका है।

साथ ही स्कूली विद्यार्थियों और चिकन कारीगरों के उत्थान के लिए और अनेक कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का आयोजन कर चुका है। गांधी जयंती पर आयोजन के अतिरिक्त पहले विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करने के मकसद से पर्यावरण और पर्यटन पर स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन कर चुका है।

Ajan Pollution Court: अजान पर रोक को लेकर HC का सवाल, मंदिरों में आरती से नहीं होता ध्वनि प्रदूषण? 

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Ajan Pollution: गुजरात हाईकोर्ट ने अजान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने संबंधी एक जनहित याचिका को खारिज कर दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि याचिका में किए दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

Ajan Pollution: गुजरात उच्च न्यायालय ने मस्जिदों में अजान या इबादत के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने संबंधी एक जनहित याचिका को ‘पूरी तरह से मिथ्या धारणा’ पर आधारित करार देते हुए इसे मंगलवार को खारिज कर दिया।

Ajan Pollution: मुख्य न्यायाधीश सुनीता अग्रवाल और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध पी. मायी की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान यह भी पूछा कि क्या याचिकाकर्ता यह दावा कर सकता है कि किसी मंदिर में आरती के दौरान घंटियों और घड़ियाल का शोर बाहर नहीं सुनाई देता है।

Ajan Pollution HC: बजरंग दल नेता शक्तिसिंह झाला की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया है कि लाउडस्पीकर के माध्यम से अजान के कारण होने वाला ‘ध्वनि प्रदूषण’ लोगों, खासकर बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और अन्यथा असुविधा का कारण बनता है।  हालांकि, उच्च न्यायालय ने कहा कि याचिका में दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अदालत ने बताया कि अजान दिन के अलग-अलग घंटों में एक बार में अधिकतम दस मिनट के लिए की जाती है।

Ajan Pollution: अदालत ने यह भी कहा, ‘हम यह समझने में असफल हैं कि सुबह लाउडस्पीकर के माध्यम से अजान देने वाली मानव आवाज ध्वनि प्रदूषण पैदा करने के स्तर (डेसीबल) तक कैसे पहुंच सकती है, जिससे बड़े पैमाने पर जनता के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।’ अदालत ने कहा, ‘हम इस तरह की जनहित याचिका पर विचार नहीं कर रहे हैं। यह वर्षों से चली आ रही आस्था और प्रथा है जो पांच-दस मिनट के लिए होती है।’

Ajan Pollution: अदालत ने याचिकाकर्ता के वकील से पूछा, ‘आपके मंदिर में, ढोल और संगीत के साथ सुबह की आरती भी सुबह तीन बजे शुरू होती है। क्या आप कह सकते हैं कि घंटे और घड़ियाल का शोर केवल मंदिर परिसर में ही रहता है, मंदिर के बाहर नहीं फैलता?’ अदालत ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण के स्तर को मापने के लिए एक वैज्ञानिक तरीका है, लेकिन याचिका में यह दिखाने के लिए कोई डेटा नहीं दिया गया है कि 10 मिनट की अजान से ध्वनि प्रदूषण होता है।