BJP President: भाजपा अब दोहरी चुनौती से जूझ रही है—एक तरफ नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर असमंजस, और दूसरी ओर अचानक उपराष्ट्रपति पद खाली होने से संगठनात्मक प्राथमिकताओं में बदलाव।
जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद पार्टी नेतृत्व पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। अब जबकि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है, पार्टी का पूरा ध्यान नए उपराष्ट्रपति के चुनाव पर केंद्रित हो गया है, जिससे संगठन चुनाव फिर ठंडे बस्ते में चले गए हैं।
इसका असर राज्यों में भी दिख रहा है। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात जैसे बड़े राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा अभी तक नहीं हो पाई है। ऐसे में वहां पार्टी कार्यकर्ताओं को और इंतजार करना पड़ सकता है।
कौन हो सकता है अगला अध्यक्ष?
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जिन नेताओं के नाम चर्चा में हैं, उनमें धर्मेंद्र प्रधान, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और भूपेंद्र यादव जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इनमें कुछ को संगठनात्मक अनुभव तो कुछ को राजनीतिक संतुलन के लिहाज से मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
अब तक 28 राज्यों में अध्यक्ष बदले जा चुके हैं
पार्टी ने अब तक 36 में से 28 राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। शेष राज्यों की घोषणा तब तक रुकी रह सकती है, जब तक राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो जाती।